
इंदौर। भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) की दो दिवसीय बैठक में दिग्गज नेताओं ने मध्य प्रदेश पदाधिकारियों को आगाह किया कि वे संगठन या सरकार के अच्छे कामकाज की हर जगह तारीफ करें, लेकिन जिन मामलों में वे संगठन या सरकार के फैसलों से असहमत हैं, उन पर सार्वजनिक टीका-टिप्पणी न करें। ऐसे मुद्दों को उचित फोरम पर ही उठाएं। मुख्यमंत्री या प्रदेशाध्यक्ष को बताएं, लेकिन आलोचना से बचें। इससे समाज में गलत संदेश जाता है। इसके लिए उन्होंने ‘प्रशंसा सर्वत्र और आलोचना सिर्फ उचित फोरम पर’ का फार्मूला दिया। ‘हमारा कार्य व्यवहार’ विषय पर आयोजित सत्र को संबोधित करते हुए यह बात भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और मध्य प्रदेश प्रभारी पी. मुरलीधर राव ने कही।
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सामाजिक ताना-बाना तोड़ने में जुटीं कुछ शक्तियां : ‘प्रदेश का राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य’ विषय पर आयोजित सत्र को संबोधित करते हुए दिग्गज नेताओं ने कहा कि इन दिनों बहुत सारी शक्तियां सामाजिक ताना-बाना बिगाड़ना चाहती हैं। जनजातीय क्षेत्रों में कुछ संगठन आदिवासियों को जनगणना 2021 में खुद को गैर हिंदू लिखने के लिए भड़का रहे हैं। ऐसे संगठनों पर नजर रखने की जरूरत है। इन इलाकों में हम अपनी बात कैसे पहुंचा सकते हैं। इस पर विचार करना चाहिए।
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जातिवाद न बढ़ाओ, समाज में स्वीकार्य बनो : नेताओं ने कहा कि पदाधिकारी जातिवाद न बढ़ाएं। अपनी जातियों में राष्ट्रवाद बढ़ाएं। बेहतर हो कि समाज में अपनी स्वीकार्यता बढ़ाएं। पदाधिकारी होने के नाते यह ध्यान रखें कि कार्यकर्ता हों या आम जनता, पहले उनकी बात सुनें फिर जवाब दें। ऐसा न हो कि उनको बोलने न दें और आप ही आप बोलें। सभी पदाधिकारियों को प्रवास करने का सुझाव देते हुए कहा गया कि प्रवास के दौरान अपने आचार-व्यवहार का विशेष ध्यान रखें।
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पार्टी की शैली के मुताबिक ही आपको प्रवास करना चाहिए। पदाधिकारियों से यह भी कहा गया कि इंटरनेट मीडिया में चलने वाली बातों को नजरअंदाज न करें। उन पर ध्यान दें। यदि गंभीर है तो वस्तुस्थिति का पता लगाएं। सरकार होने के नाते बेहतर योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी करें। सत्र लेने वाले नेताओं में पी. मुरलीधर राव के अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, सह प्रदेश प्रभारी पंकजा मुंडे और बिशेश्वर टुडू, संगठन महामंत्री सुहास भगत और हितानंद शर्मा शामिल थे।
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नगरीय निकाय चुनाव के दिए टारगेट : मध्य प्रदेश प्रदेश में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव को लेकर प्रदेश कार्यकारिणी की पहली बैठक में खासा जोर दिया गया। बैठक में प्रत्येक निकाय में जीत के लक्ष्य तय किए गए। राव ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा वार्ड जीतने के लिए माइक्रोलेवल पर प्लानिंग की जाए। पदाधिकारी दिए गए राजनीतिक लक्ष्य का ध्यान रखें। जहां हम कमजोर हैं वहां ज्यादा मेहनत करनी होगी। उन्होंने कहा कि इस नई टीम को आगामी नगरीय निकाय चुनाव से लेकर संसद चुनाव तक लीड करना है।
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किसानों से संवाद गतिविधियां बढ़ाएं : बैठक के एक सत्र का विषय किसान कल्याण भी था। सत्र को संबोधित करते हुए राव ने कहा कि कृषि कानून को लेकर कांग्रेस भ्रम बना रही है। ज्यादातर किसान कानून के पक्ष में हैं। प्रदेश में तो भाजपा सरकार के कार्यकाल में कृषि की विकास दर बढ़ी है। संगठन द्वारा किसानों से संवाद के लिए विभिन्न् गतिविधियां पंचायत और ग्राम स्तर पर लगातार संचालित होनी चाहिए। यदि संवाद में कमी रही तो इसका फायदा विपक्षी दल उठाएंगे। हमें सही वस्तु स्थिति किसानों के समक्ष रखनी होगी। भाजपा हमेशा किसानों के साथ है। यह विश्वास किसानों को होना चाहिए।