
रायसेन. रायसेन (Raisen) जिले में प्रशासनिक मेहरबानी के चलते एक निजी अस्पताल शीला देवी के द्वारा सरकारी वाहन में ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen cylinder) रखकर भरवाए जा रहे थे. इसकी जानकारी मिलने पर सीएस ने ने 4 ऑक्सीजन सिलेंडरों को जब्त कर लिया है. जानकारी के अनुसार प्राइवेट अस्पताल सिविल सर्जन पर लगातार दबाव बना रहा है कि जब्त सिलेंडरों को वापस कर दिया जाए. निजी अस्पताल शासकीय हॉस्पिटल में पदस्थ डॉक्टर दीपक गुप्ता के घर के सदस्य के नाम पर संचालित हो रहा है.
शीला देवी हॉस्पिटल को दीपक गुप्ता शासकीय जिला अस्पताल से सरकारी वाहन, कर्मचारियों सहित कई फायदे पहुंचा रहे हैं. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते जहां लोग बेहाल हो रहे हैं, वहीं ऐसे में लोगों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराने को लेकर प्रशासनिक अमले ने एड़ी चोटी का जोर लगाया हुआ है. लेकिन डॉक्टर कर्मचारियों की बेपरवाही कहें या फिर लापरवाही के चलते सरकारी सुविधाओं का लाभ निजी अस्पताल के संचालक उठाने से पीछे नहीं हट रहे हैं.
ऐसा ही ताजा मामला सामने आया है रायसेन जिले में, जहां एक निजी अस्पताल शीला देवी के द्वारा सरकारी वाहन में अस्पताल के ऑक्सीजन सिलेंडर भरवाए जा रहे हैं. जिसकी जानकारी लगते ही स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों ने तुरंत ही निजी अस्पताल के ऑक्सीजन सिलेंडरों को जब्त कर लिया है. बताया जा रहा है कि शीला देवी मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल के द्वारा जिला अस्पताल के कर्मचारियों की सह पर अपने निजी कार्यों के लिए सरकारी वाहन का उपयोग किया जाता रहा है.
तथा पुनः सरकारी वाहन का उपयोग अस्पताल के ऑक्सीजन सिलेंडर भरने के लिए किया गया था जिसकी जानकारी लगते ही स्वास्थ्य महकमे ने सिलेंडरों को जब्त किया है. जानकारी के अनुसार प्राइवेट अस्पताल के द्वारा दबाव बनाया जा रहा है कि सिलेंडर भर कर दीजिए, वहीं शासकीय हॉस्पिटल में डॉक्टर के पद पर तैनात दीपक गुप्ता के घर के सदस्य के नाम पर संचालित है. दीपक गुप्ता का निवास शीला देवी हॉस्पिटल के ऊपर फ्लोर पर है. दीपक गुप्ता जिला अस्पताल में डॉक्टर होने पर स्टाफ के साथ मिलकर पूरा फायदा उठा रहे हैं.
शीला देवी का मैनेजमेंट खुद बोल रहा है झूट
शीला देवी हॉस्पिटल के प्रबंधक इबिस आलम बताते हैं कि हमारी एम्बुलेंस खराब हो गई थी, जिसके बाद हमने उनसे हेल्प मांगी थी. इबिस का कहना है कि उन्होंने कहा था कि आप सिलेंडर भरा देना लेटर पेड ओर पैसा भी दिए थे. हमे एम्बुलेंस यहां बहुत जरूरी थी, वहीं मैनेजमेंट खुद अपनी बातों में फंस रहा है. पहले कहा हमारी एम्बुलेंस बिल्कुल खराब है. फिर कहा शासकीय हॉस्पिटल से यहां तक मरीजों को लाना पड़ता है. इसलिए यहां एम्बुलेंस जरूरी है मरीजों को हेल्प मिलती इसलिए हेल्प मांगी थी.
आप को बता दें मिलीभगत ओर दबंगई के कारण अधिकारियों पर दबाव बनाया जा रहा है. एक तो चोरी से सिलेंडर भराये जा रहे हैं वहीं अब पकड़े जाने और भरे सिलेंडर मांगे जा रहे हैं. डॉ एके शर्मा सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय रायसेन ने बताया कि मुझे जानकारी मिली थी कि 4 सिलेंडर रखे हुए थे. मौके पर देखा तो 4 सिलेंडर थे. किस हॉस्पिटल के थे पता नहीं ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्कता बहुत थी इसलिए हमने उनको अपने कब्जे में ले लिया.
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