नई दिल्लीः अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) आज हिन्दी फिल्म जगत के बहुत बड़े नाम हैं. आज एक्टर के चाहने वाले लाखों में नहीं, करोड़ों में हैं. अमिताभ ने अपनी शख्सीयत और अभिनय से हर उम्र के लोगों पर गहरा असर डाला है. उन्होंने पर्दे पर हर तरह के रोल निभाए हैं. बिग बी ने बॉलीवुड (Bollywood) को ‘जंजीर’, ‘शहंशाह’, ‘दीवार’, ‘मोहब्बतें’, ‘कभी खुशी कभी गम’ जैसी कई सुपर हिट फिल्में दी हैं.
आज हम अमिताभ के जीवन का एक दिलचस्प किस्सा आपको बताने जा रहे हैं, जब उन्हें अपने एक खास दोस्त से कपड़े मांगकर पहनने पड़े थे. यह 1976 की बात है. तब अमिताभ बच्चन बॉलीवुड में अपनी जगह बना चुके थे. भारत सरकार ने अमिताभ के पिता हरिवंश राय बच्चन को पद्म भूषण से सम्मानित करने की घोषणा की थी. इस अवॉर्ड फंक्शन में ऑफिशियली सिर्फ 2 लोग ही शामिल हो सकते थे, लेकिन पूरा परिवार इसमें शामिल होना चाहता था.
विचार-विमर्श के बाद तय हुआ कि पिता के साथ दोनों बेटे अमिताभ और अजिताभ जाएंगे. साथ में, तीनों काले रंग का सूट पहनेंगे. तीन सूट सिलवाने के लिए टेलर बुलवाया गया. खबरों की मानें, तो जिस दिन हरिवंश राय बच्चन को अमिताभ और अजिताभ के साथ मुंबई से दिल्ली के लिए रवाना होना था, उस दिन अजिताभ की तबियत खराब हो गई.
इससे उनका जाना रद्द हो गया.पिता के साथ जब अमिताभ बच्चन दिल्ली पहुंचे, तो वे एक होटल में ठहरे. अमिताभ ने जब सूटकेस खोला तो देखा कि जया बच्चन ने अजिताभ का सूट अमिताभ के सूटकेस में रख दिया था. अमिताभ लंबे थे, इसलिए अजिताभ की पैंट उनको आ नहीं रही थी. तभी उन्हें अपने दोस्त राजीव गांधी (Rajeev Gandhi) को याद किया.
अमिताभ ने राजीव को फोन करके सारी बात बताई. इसके कुछ ही समय बाद, राजीव गांधी ने अपना कुर्ता पजामा और शॉल अमिताभ के लिए भिजवा दिया. तब अमिताभ राजीव के भेजे कपड़ों को पहनकर पिता के साथ फंक्शन में शामिल हुए.