
इंदौर। मिथाइलीनडाइऑक्सी मेथेमफेटामाइन (एमडीएमए) की तस्करी मामले में 70 करोड़ रुपये की खेप के साथ पकड़े गए वेदप्रकाश व्यास और दिनेश अग्रवाल से पूछताछ के बाद तीन और आरोपितों के संबंध मिले हैं। इसमें आजाद नगर का मो. अशफाक खान उर्फ एसी राज पुत्र अब्दुल कादर खान, सदर बाजार बड़वाली चौकी का तबरेज उर्फ गबरु पुत्र इजाहिद अली और गफ्फूर खां की बजरिया का मोहम्मद कासिम पिता अब्दुल बशीर को भी गिरफ्तार कर लिया है।
सदर बाजार के रईस और मंदसौर के मोहम्मद सरदार खान को पहले ही हिरासत में ले लिया था। आधिकारिक तौर पर सोमवार को पांचों आरोपितों की गिरफ्तारी कर ली गई है। वेदप्रकाश व्यास और दिनेश अग्रवाल ने मप्र सहित अन्य राज्यों के एक दर्जन और नाम कबूले हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
क्राइम ब्रांच एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर के मुताबिक अब तक 10 आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। सोमवार को गिरफ्तार हुए पांचों आरोपितों के तार मुंबई के सलीम लाला से जुड़े हैं। मुंबई में इनका बड़ा गिरोह काम कर रहा है। सभी आरोपित ड्रग्स सप्लाई का काम कर रहे थे। आरोपितों से पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया है, इनसे कई और बड़े नामों का खुलासा होने की संभावना है
आरोपितों ने बताया कि वे अपने साथी मंदसौर के प्रमोद ककनानी व अन्य के साथ वर्ष 2000 में भी मुंबई में नारकोटिक्स थाने पर गिरफ्तार हो चुके हैं, जिसमें उसे 10 साल की सजा हुई थी और 2013 में जेल से रिहा हुआ है। वहीं आरोपित सरदार पर मंदसौर में छह अपराध दर्ज हैं, जिसमें कुछ मामलों में वह जमानत पर बाहर है।
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सरदार के राजस्थान में भी माफियाओं से संबंध: आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद कई और पड़े ड्रग तस्करों के नाम सामने आए हैं। वहीं सरदार ने बताया कि उसके संबंध राजस्थान के प्रतापगढ़ और मप्र के मंदसौर में माफियाओं से भी संबंध हैं। वह मंदसौर और राजस्थान से मुंबई तक ड्रग्स सप्लाई करने का काम करता था। मुंबई ड्रग्स पेडलरों का बड़ा गढ़ है। यहां से ड्रग्स ले जाने का काम में वह माहिर था, राज्य से बाहर ड्रग्स सप्लाई करने में अन्य जिलों के पेडलर उसकी मदद करते थे।