किसानों और सरकार बीच बार- बार बातचीत होने के बाद भी कोई हल नहीं निकल रहा है। इस बीच किसानों ने रिपब्लिक डे पर ट्रैक्टर-ट्रॉली रैली की भी धमकी दी है। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पैरलल रैली की बात कही थी। इसपर अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा है कि यह उनकी व्यक्तिगत राय हो सकती है। इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता।
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हन्नान ने कहा, ‘इसके बारे में मैं कुछ कह नहीं सकता यह उनकी व्यक्तिगत राय हो सकती है। हमारा तरीका क्या होगा, कहां तक जाएँगे, इसका रूट क्या होगा यह हम 18 जनवरी को विस्तार से चर्चा करके तय करेंगे।’ 15 जनवरी को सरकार और किसानों के बीच नौवें चरण की बतचीत होनी है। सुप्रीम कोर्ट ने एक कमिटी भी बना दी है जिससे कि किसानों और सरकार के बीच बातचीत सुचारु ढंग से हो सके। हालांकि राकेश टिकैत ने कमेटी पर भरोसा नहीं जताया और कहा कि यह तो पहले ही फैसला सुना चुकी है।
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रिपब्लिक डे के मौके पर ट्रैक्टर ट्रॉली परेड की बात भी कई संगठनों के द्वारा कही जा रही है। हालांकि प्रशासन इसे रोकने के लिए कमर कस चुका है। उधर किसान ट्रैक्टर परेड की रिहर्सल में लगे हैं। गुरुवार को बिजनौर में भी किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली। सैकड़ों किसान ट्रैक्टर लेकर गांव-गांव पहुंचे और काले झंडे दिखाकर लोगों का आह्वान किया।
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भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष दिगंबर सिंह ने लोगों से लालकिला परेड में हिस्सा लेने का निवेदन किया। सरकार को उम्मीद है कि रिपब्लिक डे से पहले बातचीत से ही हल निकल आएगा। कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि ट्रैक्टर ट्रॉली रैली से गलत असर पड़ेगा। उम्मीद है कि आज या कल में कुछ हल निकल आए।