भोपाल / राजधानी भोपाल (Bhopal) में मंगलवार की रात, लोगों के 36 साल पुराने जख्म एक बार फिर हरे हो गए। अचानक से लोगों के जहन में गैस कांड की भयावह रात का दृश्य आ गया। शहर के ईंटखेड़ी के अचारपुरा में सालभर से बंद पड़ी फैक्ट्री से अचानक अमोनिया गैस लीक होने लगी। जिसके बाद फैक्ट्री के पास के परेवाखेड़ा गांव में रहने वाले लोगों में हड़कंप मच गया। गांव वालों को अचानक सांस लेने में दिक्कत होने लगी और उनकी आंखे जलने लगी। जैसे ही लोगों को यह पता चला कि फैक्ट्री से गैस लीक हो रही। आसपास के इलाकों में भी दहशत फैल गई लोग अपनी जान बचाने के लिए अपने घरों से बाहर भागने लगे।
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प्रशासन ने फौरन लोगों को दी आँख धोने की हिदायत
गैस लीक होने की सूचना फैलते ही गांव वालों ने फौरन पुलिस को इस बात की सूचना दी। सचना मिलते ही मौके पर जिला प्रशासन और नगर निगम का दस्ता पहुंच गया। कलेक्टर समेत तमाम आला अफसर आनन-फानन में पहुंचे और गांव को खाली कराया गया। प्रशासन ने फौरन फैक्ट्री के आस-पास के इलाकों में पानी के टैंक से छिड़काव कराया और अनाउंसमेंट कर लोगों को बताया कि फैक्ट्री से लीक होने वाली गैस जहरीली नहीं है साथ ही लोगों को ठंडे पानी से आंख धोने की सलाह दी गई, ताकि उनकी आंखों में जलन कम हो सके।
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घर कराए गए खाली
गैस लीक की सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम पूरी रात फैक्ट्री के आसपास ही रही। बचाव एवं राहत दस्ते ने एहतियातन फैक्ट्री के आसपास के मकानों को खाली करा लिया। सभी लोगों को रात में ही सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया। घटना के कई घंटों बाद जाकर स्थिति अब कुछ नियंत्रण में आई है।
इस कारण हुई थी अमोनिया गैस लीक
अधिकारियों के मुताबिक फैक्ट्री सालभर से बंद थी। बंद पड़ी इस फैक्ट्री में एक वॉल्व खुल गया था. जिसके चलते गैस का रिसाव होने लगा। हालांकि नगर निगम के कर्मचारियों की मदद से वॉल्व को तुरंत बंद करवाया दिया गया है।
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दरअसल विशेषज्ञों का कहना है कि बंद फैक्ट्रियों में अक्सर गर्मी के कारण गैस लीक हो जाती है। गर्मी की वजह से अमोनिया गैस का प्रेशर बढ़ जाता है। जब फैक्ट्री चालू रहती है उस दौरान अमोनिया गैस को पानी में रिलीज कर दिया जाता है, लेकिन यह फैक्ट्री सालभर से बंद थी, इसलिए पाइप में दबाव बढ़ा और वॉल्व खुद खुल गया, जिस वजह से टैंक से अमोनिया गैस का रिसाव हुआ।