छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस के टीकाकरण पर रोक लग सकता है। दरअसल, स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ ने रविवार को रायपुर के चंद्राकर छात्रावास डंगनिया में बैठक आयोजित की, जिसमें संघ के प्रांताध्यक्ष टार्जन गुप्ता और प्रदेश सचिव प्रवीण ढ़ीडवंशी ने बताया कि स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी कोरोना काल से बिना अवकाश के कार्य कर रहे है।
यह भी पढ़ें – भारत में Tesla की एंट्री, जानिए कहा बनेगी कार, पढ़िए पूरी रिपोर्ट
स्वास्थ्य संयोजकों की 20 वर्षों से व्याप्त वेतन विसंगति दूर कर 2800 ग्रेड पे करने की मांग कर रहे है। कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र में भी स्वास्थ्य संयोजकों की मांग शामिल है। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा कोरोना भत्ता देने और स्वास्थ्य कर्मचारियों कि वेतन वृद्धि की घोषणा के बाद भी शासन द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है जिससे प्रदेश के कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है और आंदोलन के लिए विवश है।
यह भी पढ़ें – US Capitol Violence: Twitter ने 70 हजार से ज्यादा अकाउंट किए बंद
संघ के उप प्रांताध्यक्ष मिर्जा कासिम बेग, मीडिया प्रभारी हरीश सन्नाट ने बताया कि स्वास्थ्य संयोजक टीकाकरण, प्रसव के साथ-साथ सभी राष्ट्रीय कार्यक्रम एवं विभिन्न योजनाओं को भी कोरोना काल में सेवाए दे रहे है, ऐसे में स्वास्थ्य कर्मियो की अनदेखी ठीक नहीं है। महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष सरोज बघमार और महामंत्री आर के अवस्थी ने बताया कि स्वास्थ्य संयोजक कमर्चारियों द्वारा कोविड़ जांच भी किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें – Indore: लड़का सैनिटाइजर से जला, अस्पताल में मौत
इसलिए शासन को स्वास्थ्य कर्मियों की मांगो पर यथाशीघ्र उचित निर्णय लेते हुए त्वरित कार्यवाही करना चाहिए। संघ के प्रतिनिधि मंडल में रामशिला साहू, के.रिजवी खान, आर के शर्मा। मो जहांगीर, हरीश जायसवाल, सुरेश पटेल के साथ प्रदेश के सैकड़ों कर्मचारी उपस्थिति रहे।