पन्ना। पन्ना टाइगर रिजर्व (Panna Tiger Reserve) बफर क्षेत्र में तरौनी से लगे इलाके में शुक्रवार शाम 6 बजे आग लग गई। ग्रामीणों की सूचना पर रात 9 बजे वन अमला पहुंचा और रेस्क्यू शुरू किया। तब तक आग तरौनी गांव के सीमा तक पहुंच गई। रात में ही कलेक्टर और डीएफओ के पहुंचने के बाद स्थानीय प्रशासन के अधिकारी एसडीएम और तहसीलदार भी ग्राम तरौनी पहुंच गए। आग धरमपुर रेंज की बीट सिंहपुर के कंपार्टमेंट-12 एवं बफर जोन के कंपार्टमेंट-20 में लगी थी, जिसे छह घंटों मशक्कत के बाद बुझा लिया गया है।
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वन विभाग के अमले ने रात 9 आग बुझाने के लिए रेस्क्यू शुरू किया। आगजनी की जानकारी लगने पर रात 11.30 बजे कलेक्टर संजय कुमार मिश्रा व डीएफओ गौरव शर्मा, एसडीओ दिनेश गौर अमले के साथ ग्राम तरौनी पहुंच गए। जब तक आग को नहीं बुझा लिया गया तब तक अधिकारी मौके पर रहे। रात 12.30 बजे आग पर काबू पाया गया।
पन्ना टाइगर रिजर्व के मडिय़ादो बफरजोन में एक साल पहले भी अचानक आग लग गई थी। दोपहर में तेज धूप और हवा के कारण आग पर काबू पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। आग मडिय़ादो -कलकुआ मार्ग पर सातवें किमी तक जंगल में फैल गई थी। आगजनी के कारण कई एकड़ का जंगल आग की पलटों में झुलसकर बर्बाद हो गया।
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टाइगर रिजर्व के बफर जोन के सुरक्षित जंगलों में गर्मी के सीजन में हर साल आगजनी के दर्जनों मामले आते हैं, टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा गर्मी शुरू होने के पूर्व बफर जोन से लगे गांव के लोगों को आग लगने से होने वाले नुकसान के प्रति जागरुक करने के लिए पूरे एक महीने तक दा लास्ट वाइल्डरनेस फाउंडेशन की मदद से अभियान चलाया था। इसके बाद भी आग का लगना कहीं न कहीं अमले की लापरवाही को ही प्रदर्शित करता है।