भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा (Madhya Pradesh Legislative Assembly) के बजट सत्र के पहले दिन महंगाई के विरोध में कांग्रेस विधायकों का साइकिल मार्च सिर्फ रस्म अदायगी मात्र नजर आया। प्रदेश में सबसे महंगा पेट्रोल और डीजल बिकने को लेकर आज कांग्रेस विधायकों ने बजट सत्र के पहले दिन साइकिल से विधानसभा पहुंचने का एलान किया था। कांग्रेस विधायक साइकिल से विधानसभा जाने के लिए निकले तो लेकर वह कुछ मीटर की दूरी ही साइकिल से तय कर पाए। मौजूदा दौर में प्रदेश के सबसे ज्वलंत मुद्दें पर कांग्रेस के साइकिल मार्च की ‘हवा’ सी निकल गाई।
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प्रदेश में डीजल,पेट्रोल के रिकॉर्ड दाम को लेकर प्रदेश की शिवराज सरकार (Shivraj government) को जिम्मेदार बताते हुए कांग्रेस विधायक ने अपने समर्थकों के साथ साइकिल से विधानसभा की ओर मार्च करने के लिए छह नंबर बस स्टॉप पर एकत्र हुए। कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा (PC Sharma), जीतू पटवारी (Jeetu Patwari), कुणाल चौधरी (Kunal Chaudhary) और आरिफ मसूद (Arif Masood) छह नंबर बस स्टॉप पर एकत्र होकर विधानसभा के लिए आगे बढ़े।
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विधायकों के साथ बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता भी साइकिल पर सवार थे। छह नंबर बस स्टॉप से आगे बढ़ने पर पीईबी चौराहे पर पुलिस ने बेरिक्रेडिंग कर कांग्रेस की साइकिल मार्च को रोक दिया। पुलिस ने सिर्फ विधायकों को ही साइकिल से जाने की अनुमति दी लेकिन अधिकांश विधायक भी चढ़ाई वाला रास्ता होने के चलते साइकिल से विधानसभा नहीं पहुंच पाए और आधे रास्ते से अपनी गाड़ी पर सवार हो गए।
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गृहमंत्री ने कसा तंज- वहीं कांग्रेस विधायकों के साइकिल मार्च पर मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) ने तंज कसते हुए कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमत को लेकर कांग्रेस के मार्च के बारे में उनके वरिष्ठ विधायक डॉ. गोविंद सिंह (MLA Dr. Govind Singh) का बयान सुना है। वे कह रहे हैं कि पार्टी ने तय नहीं किया है कि विरोध के लिए साइकिल पर जाएं या गधे, घोड़े पर। कांग्रेस किंकर्तव्यविमूढ़ की स्थिति में है और विधानसभा मार्च को लेकर कांग्रेस पार्टी ही एकमत नहीं है।