भोपाल। कोरोना संक्रमण काल में झोलाछाप डॉक्टर सर्दी, खांसी और बुखार वाले मरीजों का इलाज कर रहे हैँ। वे मरीजों को कोरोना संक्रमण की बजाय मलेरिया सहित अन्य बीमारियों का इलाज दे रहे हैं, जिसका उन्हें ज्ञान तक नहीं है। सोमवार को भोपाल के ऐसे 42 झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिकों पर राजस्व विभाग और जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए उन्हें सील कर दिया है।
जिला प्रशासन की ओर से प्रेस को बताया गया कि कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया के निर्देश पर भोपाल में राजस्व अधिकारियों एसडीएम, तहसीलदार और जिला स्वास्थ्य विभाग के अमले द्वारा तथाकथित डॉक्टरों के विरुद्ध व्यापक जांच अभियान चलाया गया और दिनांक 12 अक्टूबर 2020 तक भोपाल जिले में 42 क्लीनिक सील कर दिए गए। प्रशासन की ओर से जारी प्रेस रिलीज में उन डॉक्टरों या क्लीनिक की लिस्ट नहीं थी जिनके खिलाफ कार्रवाई की गई।
कलेक्टर श्री आशीष वशिष्ठ ने बताया कि राजस्व अधिकारी और स्वास्थ विभाग के अमले द्वारा संयुक्त अभियान में जिले में 42 से अधिक ऐसी डाक्टरी की दुकानें सील कर दी गई और साथ ही संबंधित इलाज करने वाले डॉक्टरों को नोटिस जारी कर संबंधित कागजात पेश करने के निर्देश भी दिए गए अन्यथा उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इसके साथ ही एसडीएम और तहसीलदार को निर्देश जारी किए गए की जिले में लोगो के स्वास्थ्य के साथ लापरवाही नहीं होने दी जाए और मुख्य चिकित्सा स्वास्थ अधिकारी को कहा कि स्वास्थ्य विभाग लगातार कार्रवाई की और सम्बन्धित व्यक्ति जिसे इलाज करने की अनुमति है उसे ही अनुमति दी जाए।