अमृतसर। ढाई महीने से अटारी बॉर्डर पर जीवन बसर कर रहे 99 पाकिस्तानी हिंदुओं की सोमवार वापसी के दौरान 7 लोग वतन नहीं लौट सके। इस परिवार में शामिल एक नवजन्म बच्चे ‘बॉर्डर’ के चलते पाकिस्तान अधिकारियों ने पूरे परिवार को लेने से मना कर दिया। गौरतलब है कि यह लोग कोरोना काल से पहले भारत दर्शन को आए थे। इसके बाद राजस्थान चले गए थे और उसी दौरान लॉकडाउन लग गया। इस दौरान वह लोग वहीं पर पत्थर का काम करके गुजर करने लगे। इसके बाद जब संक्रमण कम हुआ और लॉकडाउन खुला तो अमृतसर के रास्ते पाकिस्तान जाने के लिए ढाई महीने पहले यहां आए थे, लेकिन बीजा अवधि खत्म होने के कारण नहीं जा सके।
इसे भी पढ़ें :- पन्ना उथली खदान में मिला 13.54 नीतीश का ऐलान, बिह कैरेट का हीरा, कार्यालय में जमा
तब से लेकर अब तक यह लोग बॉर्डर पर ही रहे। इस बीच अब इनका कागजी दस्तावेज पूरा हो गया। लेकिन इधर, इस दल में शामिल बालम राम की पत्नी निंबू बाई ने 2 दिसंबर को यहीं पर बच्चे को जन्म दिया था, जिसका नाम बॉर्डर रख दिया गया था। खैर, आज सबके साथ वतन वापसी हो रही थी, बाकी के तो चले गए। लेकिन पाकिस्तान ने जन्मे बच्चे का कागज न होने के कारण बालम राम-निंबू, बॉर्डर समेत 5 बच्चों को वापस कर दिया।
Follow 👇
लाइव अपडेट के लिए हमारे सोशल मीडिया को फॉलो करें: