न्यूयॉर्क। अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद पहली बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में चर्चा हुई. भारत की अध्यक्षता में सोमवार शाम को यह चर्चा हुई, लेकिन पाकिस्तान को एंट्री ना मिलने पर न सिर्फ पाकिस्तान, बल्कि चीन भी बौखलाया. आपको बता दें कि फिलहाल यूएन सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता भारत कर रहा है और इस बैठक में गैर-सदस्य देश शामिल नहीं हो सकते. सूत्र बता रहे हैं कि पाकिस्तान (Pakistan) और अन्य कुछ देशों ने भी इस बैठक में शामिल होने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन इसकी इजाजत नहीं मिली.
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पाकिस्तान ने लगाए आरोप
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत मुनीर अकरम ने भारत पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यह भारत की पाकिस्तान के लिए नफरत है, जिसके चलते पाकिस्तान को सुरक्षा परिषद में बोलने का मौका नहीं मिला. अकरम ने कहा कि पिछली बार भी पाकिस्तान को बोलने का मौका नहीं दिया गया. पाकिस्तान के परेशान राजदूत ने इस मंच से भी कश्मीर का मुद्दा उठाया और कहा कि भारत को सुरक्षा परिषद में होने का कोई अधिकार नहीं.
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चीन भी बौखलाया
पाकिस्तान को भले ही सुरक्षा परिषद के अंदर बोलने का मौका ना मिला, लेकिन पाकिस्तान का ऑल वेदर फ्रेंड चीन सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य है. चीन के राजदूत गेंग शुअंग ने अपने भाषण के दौरान अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा तो की, लेकिन साथ ही साथ उन्होंने पाकिस्तान के साथ समर्थन भी जताया. शुअंग ने कहा कि अफगानिस्तान के पड़ोसी देश आज की बैठक में शामिल होना चाहते थे, अफसोस है कि उन्हें इजाजत नहीं मिली.
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