उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड के आरोपियों संदीप, रामू, लवकुश और रवि ने एसपी को चिट्ठी लिखकर पीड़िता के परिवार पर ही सवाल उठाए हैं। चिट्ठी में लिखा गया है कि पीड़िता के परिवार ने उन्हें फंसाया है। संदीप की लड़की से दोस्ती थी और यह बात परिवार वालों को नापसंद थी। इसी बात को लेकर उन्होंने पीड़िता की पिटाई की थी। चारों आरोपियों ने युवती की मां और भाई को दोषी बताया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इस बीच, कांग्रेस ने हाथरस कांड में उत्तर प्रदेश सरकार पर ध्यान भटकाने और बहाने तलाशने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि इस घटना की सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के किसी वर्तमान जज से जांच कराई जानी चाहिए।
पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने यह भी कहा कि राज्य की भाजपा सरकार को घड़ियाली आंसू बहाना बंद करके घटना के असली दोषियों को सजा दिलाने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने संवाददाताओं से कहा दंगों की साजिश की बात उस वक्त की जा रही है जब एक महिला के साथ ज्यादती और हत्या का आरोप है और उसका रात के अंधेरे में अंतिम संस्कार कर दिया गया हो।
दंगों की साजिश की बात वो लोग कर रहे हैं जिनकों इसमें पीएचडी हासिल है। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार की तरफ से कहा गया है कि उसे हटाने का षड्यंत्र किया गया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया, अगर कोई पीड़िता के घर जाकर सहानुभूति जता देता है तो वो देशद्रोह नहीं है। सिंघवी ने दावा किया कि भाजपा के कई नेता इस घटना के बाद वाहियात बातें कर रहे हैं जो भारतीय लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है।